8KW Solar Panel Price in India with Subsidy: 8 किलोवाट सोलर पैनल को अपने छत के ऊपर करें इंस्टॉल, पाएं पारंपरिक बिजली बिल कि समस्या से राहत, जाने कैसे

8KW Solar Panel Price in India with Subsidy: सौर ऊर्जा बिजली उत्पादन करने का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। सूर्य के प्रकाश के द्वारा पर्यावरण को बिना प्रदूषित किये सोलर पैनल के माध्यम से बिजली उत्पादन किया जाता है। हमारे देश में कई ऐसे क्षेत्र है जहां पर बिजली कई घंटे तक तो कभी कई दिनों तक नहीं रहता है। ऐसे प्रकार के समस्याओं से राहत पाने के लिए लोगों का झुकाव सोलर पैनल सिस्टम की तरफ हो रहा है। क्योंकि सोलर पैनल सिस्टम के द्वारा बिजली उत्पादन करने के लिए आपको पारंपरिक बिजली पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा आप अपने आवश्यकता के अनुसार अपनी दैनिक जीवन की बिजली की आवश्यकता को पूर्ति कर सकेंगे। इसके अलावा केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार लोगों को सोलर पैनल सिस्टम को अपनाने के लिए प्रोत्साहन के रूप में सब्सिडी प्रदान करती है ताकि लोग भारी मात्रा में अपने घर के छत के ऊपर सोलर सिस्टम को स्थापित करें और पर्यावरण को स्वच्छ रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। ऐसे में यदि आप लोग भी सोलर सिस्टम को अपने घर के छात्रों पर स्थापित करने का विचार कर रहे हैं तो आप लोगों के लिए 8 किलो वाट सोलर पैनल सिस्टम एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

तो आईए हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से भारत में सौर ऊर्जा का महत्व | Importance of Solar Energy in India, आवासीय 8KW सोलर सिस्टम के प्रकार | Types of Residential 8KW Solar Systems,8KW सौर पैनलों की कीमत को प्रभावित करने वाले कारक | Factors Affecting the Price of 8KW Solar Panels, भारत में 8KW सोलर सिस्टम की कीमत | Price of a 8KW Solar System in India, 8 किलोवाट सोलर सिस्टम बैटरी की कीमत के साथ | 8KW solar system With Battery Price,8 किलोवाट सौर पैनलों का कार्य | 8KW Solar Panels Working, 8 किलोवाट सौर प्रणाली तथ्य और लाभ | 8KW Solar system Facts & Benefits, भारत में 8किलोवाट सौर प्रणाली स्थापना लागत | 8KW Solar System Installation Cost in India, भारत में 8KW सोलर पैनल के लिए सब्सिडी | Subsidy for 8KW Solar Panels in India संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान कर रहे हैं इसलिए आप लोग इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

8KW Solar Panel Price in India – Overview

आर्टिकल का नाम8KW Solar Panel Price in India with Subsidy
आर्टिकल का प्रकारसोलर पैनल
आर्टिकल का भाषाहिंदी
उद्देश्य8 किलोवाट सोलर पैनल का कीमत सब्सिडी के साथ जानकारी प्रदान करना।
लाभार्थीभारत के उपभोक्ता
सोलर पैनल क्षमता8 किलोवाट
8 किलोवाट सोलर पैनल का कीमतब्रांड और दक्षता के अनुसार

भारत में सौर ऊर्जा का महत्व | Importance of Solar Energy in India

भारत में सौर ऊर्जा के बढ़ते उपयोग के कारण भारत में सौर ऊर्जा का महत्व अत्यधिक बढ़ गया है। हम आपको भारत में सौर ऊर्जा का महत्व को निम्नलिखित बिंदुओं के द्वारा प्रस्तुत कर रहे हैं:-

  • आर्थिक लाभ: भारत में सौर ऊर्जा का महत्व इसलिए बढ़ रहा है कि सौर ऊर्जा के इस्तेमाल से नागरिकों को आर्थिक लाभ पहुंचता है। पिछले कुछ वर्षों में सौर पैनलों की लागत में लगातार गिरावट आई है, और अग्रिम लागत में उल्लेखनीय कमी से सौर ऊर्जा कई लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प बन गया है। यह दुनिया भर में व्यक्तियों, व्यवसायों और समुदायों को सौर ऊर्जा के आर्थिक लाभ प्राप्त करने की अनुमति देता है, जिसमें बिजली बिल में कटौती, कम रखरखाव लागत और नेट मीटरिंग और सब्सिडी जैसे कार्यक्रमों में भागीदारी शामिल है। इसके अलावा, सौर उद्योग ने दुनिया भर में नौकरियां का अवसर को उत्पन्न करता है।,अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा दिया है।
  • ऊर्जा स्वतंत्रता: सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने से विदेशी तेल और आयातित जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम हो जाती है, जिससे राष्ट्रों के लिए ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा मिलता है। यह घर मालिकों और व्यवसायों को ऊर्जा ग्रिड पर अपनी निर्भरता कम करने की भी अनुमति देता है।
  • व्यक्तिगत जीवन में योगदान:सौर ऊर्जा का उपयोग करने से आप अपने पारंपरिक बिजली बिल में काफी हद तक कमी ला सकते हैं।
  • पर्यावरण के अनुकूल:आप सौर ऊर्जा का उपयोग करके पर्यावरण को स्वच्छ एवं रक्षा कर सकते हैं। क्योंकि सौर ऊर्जा के द्वारा बिजली उत्पादन करने में पर्यावरण प्रदूषण नहीं होती है।
  • देश के विकास में योगदान: सौर ऊर्जा के उपयोग करने से देश की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा मिलता है। सौर ऊर्जा क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो सकते हैं। सौर ऊर्जा का उपयोग करने से पर्यावरण संरक्षण होता है।
  • स्थिरता और नवीकरणीयता: जीवाश्म ईंधन के विपरीत, जो कि सीमित है, सूर्य ऊर्जा का एक सतत स्रोत है। यह सौर ऊर्जा को एक टिकाऊ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत बनाता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि निकट भविष्य में हमारे पास इसकी कमी न हो।

आवासीय 8KW सोलर सिस्टम के प्रकार| Types of Residential 8KW Solar Systems

यदि आप लोग 8 किलो वाट सोलर पैनल सिस्टम को अपने घर के छत के ऊपर स्थापित करना चाहते हैं तो हम आपको बता दे की मार्केट में कुल तीन प्रकार के सर बिजली उत्पादन प्रणाली उपलब्ध है। जिसकी जानकारी हम आपको निम्न रूप से दे रहे हैं:-

  • 8 किलो वाट ऑन ग्रिड सौर प्रणाली
  • 8 किलो वाट ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम
  • 8 किलो वाट हाइब्रिड सौर प्रणाली

1.8 किलो वाट ऑन ग्रिड सौर प्रणाली

एक ऑन-ग्रिड सौर ऊर्जा संयंत्र उपयोगिता ग्रिड से जुड़ा है। ये सौर पीवी सिस्टम केवल तभी बिजली उत्पन्न करते हैं जब उपयोगिता पावर ग्रिड उपलब्ध हो। यह सौर ऊर्जा संयंत्र उन लोगों के लिए अच्छा है जो अपने बिजली बिल पर पैसा बचाना चाहते हैं।

इस प्रणाली के माध्यम से लोग अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में स्थानांतरित कर सकते हैं। द्विदिश मीटर इस बिजली हस्तांतरण को रिकॉर्ड करता है ताकि लोग बिना किसी अतिरिक्त राशि का भुगतान किए आसानी से बिजली का उपयोग कर सकें।

2.8 किलो वाट ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम

सुविधाजनक उपयोग के लिए परिवर्तित डीसी को संरक्षित करने के लिए एक ऑफ-ग्रिड सौर ऊर्जा संयंत्र को बैटरी से जोड़ा जाता है। यह प्रणाली उन क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है जहां वाणिज्यिक बिजली आपूर्ति की कमी है या जहां अक्सर बिजली कटौती होती है। 

ऑफ-ग्रिड सौर प्रणाली में DC को सौर पैनल से AC में परिवर्तित करने के लिए सौर प्रणाली के घटक जैसे एक सौर पैनल, चार्ज नियंत्रक, बैटरी बैंक और एक सौर इन्वर्टर की आवश्यकता होती है। 

बैटरी बैंक दिन के दौरान सूरज की किरणों से प्राप्त अतिरिक्त बिजली को संग्रहीत करता है ताकि रात के दौरान या सूरज की रोशनी की अनुपस्थिति में बिजली की आवश्यक आपूर्ति को सुनिश्चित किया जा सके।

3.8 किलो वाट हाइब्रिड सौर प्रणाली

यह प्रणाली ऑफ-ग्रिड और ऑन-ग्रिड दोनों सौर प्रणालियों का एक संयोजन है। इस प्रणाली में, ऊर्जा के संरक्षण और उपयोग के लिए सौर मंडल एक ग्रिड और बैटरी बैंकों के एक सेट दोनों से जुड़ा होता है। 

इस प्रणाली के माध्यम से, लोग अपने बिजली बिल में वृद्धि किए बिना अपनी बिजली की खपत को अधिकतम कर सकते हैं। यह भविष्य के उद्देश्यों के लिए बिजली उत्पन्न करने और उपयोग करने का सबसे उत्कृष्ट और टिकाऊ विकल्प है।

8KW सौर पैनलों की कीमत को प्रभावित करने वाले कारक|Factors Affecting the Price of 8KW Solar Panels

8kW सौर पैनलों की कीमत को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित है:-

  • सौर पैनल के प्रकार:-आपका 8 किलो वाट सोलर पैनल की कीमत को सौर पैनल के प्रकार सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। यदि आप लोग उच्च दक्षता वाले मोनोक्रिस्टलाइन पैनल को चुनते हैं तो इसकी कीमत अधिक होगी जबकि पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल  की कीमत कम होता है।
  • इन्वर्टर गुणवत्ता:-आपके 8 किलोवाट सोलर पैनल की कीमत को इनवर्टर गुणवत्ता भी काफी प्रभावित करता है इनवर्टर सोलर पैनल का एक महत्वपूर्ण घटक होता है सौर ऊर्जा से बिजली ऊर्जा में परिवर्तित करने में इसका महत्वपूर्ण योगदान होता है। यदि आप लोग एक उच्च दक्षता वाले इनवर्टर का चुनाव करते हैं तो इसका कीमत अधिक हो सकता है। 
  • स्थापना जटिलता:-8 किलो वाट सोलर पैनल को स्थापित करना एक महत्वपूर्ण कठिन कार्य होता है। जो कीमत को अत्यधिक प्रभावित करता है। घर के छत के ऊपर लगाए गए सोलर पैनल जमीन पर लगाया गया सोलर पैनल की अपेक्षा अत्यधिक सस्ता होता है।
  • स्थान:-8 किलोवाट सोलर पैनल की कीमत को स्थान भी काफी प्रभावित करता है। आप जिस स्थान पर रहते हैं उस स्थान का जलवायु, सूर्य का प्रकाश ,मौसम इत्यादि उच्चतम ऊर्जा उत्पादन करने के लिए सोलर पैनल के संख्याओं को प्रभावित करता है और इस प्रकार सोलर पैनल की संख्या बढ़ने से इसकी कीमत भी बढ़ जाएगी।
  • सरकारी सहायता:-भारत में कई राज्यों में सरकार के द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रोत्साहन एवं सब्सिडी प्रदान की जाती है। अर्थात सरकारी सहायता भी 8 किलोवाट सोलर पैनल की कीमत को प्रभावित कर सकता है।
  • वारंटी एवं रखरखाव:-उच्च दक्षता वाले 8 किलोवाट सोलर पैनल का कीमत अधिक होता है लेकिन यह एक लंबी वारंटी के साथ आता है। जिससे दीर्घकालीन रखरखाव कीमत कम हो जाता है।
  • ऊर्जा आवश्यकता:-8किलो वाट सोलर पैनल का कीमत को आपकी ऊर्जा आवश्यकता भी काफी प्रभावित करता है। आपके आवश्यक ऊर्जा को पूर्ति करने के लिए एक बड़े सोलर प्रणाली की आवश्यकता पड़ती है।

भारत में 8KW सोलर सिस्टम की कीमत | Price of a 8KW Solar System in India

भारत में बिजली के समस्या से राहत प्रदान करने के लिए भारत सरकार सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन करने के कार्य काफी तेजी के साथ कर रहे हैं। भारत में 8 किलो वाट सोलर सिस्टम का कीमत सोलर पैनल के प्रकार, ब्रांड,क्षमता के ऊपर निर्भर करता है। आप लोग जिस प्रकार का सोलर पैनल का चुनाव करेंगे आपका कीमत उसी के प्रकार होगा।यदि आप मोनोक्रिस्टलाइन पीवी कोशिकाओं से निर्मित सौर पैनलों का चयन करते हैं, तो 8 किलोवाट सौर पैनल की कीमत अधिक होगी, क्योंकि इस प्रकार के सौर पैनल उच्च दक्षता होता है। जबकि पॉलीक्रिस्टलाइन सौर पैनल तुलनात्मक रूप से कम लागत वाले होते हैं, जिनकी दक्षता कम होती है।

ऑन-ग्रिड, ऑफ-ग्रिड और हाइब्रिड के बीच चुने गए विभिन्न ब्रांडों और सौर प्रणालियों के प्रकारों के साथ सौर पैनलों की विशिष्टताएं और कीमतें भी भिन्न होती हैं।

8  किलोवाट सोलर सिस्टम बैटरी की कीमत के साथ | 8KW solar system with Battery Price

8 किलोवाट सोलर सिस्टम बैटरी की कीमत के साथ- साथ गुणवत्ता एवं ब्रांड के ऊपर निर्भर करता है। 4 किलोवाट सोलर पैनल के सिस्टम में सबसे ज्यादा 150Ah की बैटरी का उपयोग होता है। 8 किलो वाट सोलर सिस्टम में कुल 10 बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि अधिकतर घरों में पंखे ,कूलर ,लाइट आदि चलते हैं। इसलिए इस स्थिति में एक साधारण बैटरी बैकअप की आवश्यकता होती है। यदि आप लोगों को अधिक बैटरी बैकअप की आवश्यकता है तो 200 Ah की बैटरी लेनी चाहिए। 8 किलो वाट सोलर सिस्टम150Ah (15000×10=1,50,000) या100Ah(10000×10=1,00,000) बैटरी  के साथ इसकी कीमत लगभग रुपए 5,90, 000 से लेकर 7,20,000  तक हो सकता है।

8 किलोवाट सौर पैनलों का कार्य | 8KW Solar Panels Working

सौर ऊर्जा के द्वारा बिजली उत्पन्न करने के लिए  पैनलों में सौर फोटोवोल्टिक तकनीक का उपयोग किया जाता है।

सोलर पैनल एक फोटोवोल्टिक मॉडल है जो सूरज से आने वाली ऊष्मीय ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है। आपके 8kW सौर पैनल के आकार और प्रकार या आपके सौर ऊर्जा प्रणाली की प्रकृति के बावजूद, बिजली उसी फोटोवोल्टिक प्रभाव के माध्यम से उत्पन्न होती है।

ज्यादातर सोलर पैनल सिलिकॉन से बने होते थे। सोलर पैनल सूर्य से आने वाली किरणों को दिष्ट धारा (DC) में परिवर्तित करते हैं जिसके बाद हम उसको इन्वर्टर द्वारा प्रत्यावर्ती धारा (AC) में बदल कर प्रयोग करते हैं।

8किलोवाट सौर प्रणाली तथ्य और लाभ | 8KW Solar System Facts & Benefits

  • 8 किलोवाट का सोलर सिस्टम औसतन एक दिन में 25 से 35 यूनिट बिजली उत्पन्न कर सकता है।
  • अधिकांश 8 किलो वाट सौर कंपनियां सौर पैनलों पर 25 साल की प्रदर्शन वारंटी और सौर प्रणाली से जुड़े अन्य प्रमुख घटकों पर 5-10 साल की उत्पाद वारंटी प्रदान करती हैं।
  • नेट मीटरिंग प्रणाली केवल हाइब्रिड और ऑन-ग्रिड सौर ऊर्जा प्रणालियों को नियंत्रित करती है।
  • सरकार केवल हाइब्रिड और ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम पर ही केंद्रीय और राज्य सब्सिडी पेशकश करती है और, ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम के लिए कोई सब्सिडी उपलब्ध नहीं है।

8 किलोवाट सोलर प्रणाली का निम्नलिखित लाभ है:-

  • 8 किलोवाट सौर प्रणाली का उपयोग करने से बिजली के बील के समस्या से  काफी हद तक राहत प्रदान होता  हैं क्योंकि यह सोलर पैनल प्रणाली सूर्य के प्रकाश से बिजली उत्पादन करता है। जिससे हम लोगों को पारंपरिक प्रत्येक महीना जो बिजली का बिल आता है उससे राहत प्रदान होता है।
  • 8 किलो वाट सोलर पैनल प्रणाली का उपयोग करने से पर्यावरण स्वच्छ रहता है इसका उपयोग करने से पर्यावरण में किसी प्रकार का प्रदूषण नहीं फैलता है।
  • सोलर पैनल प्रणाली को स्थापित करने में पहली बार एक बड़ा निवेश लगता है लेकिन इसके बाद आप एक बार पैसा लगाकर इंस्टॉल कर लेने से इसके द्वारा उत्पन्न बिजली का लाभ 25 वर्ष तक उठा सकते हैं। 
  • 8 किलो वाट सोलर पैनल प्रणाली का उपयोग करने से इसका रखरखाव खर्चा काफी कम होता है। क्योंकि सोलर पैनल प्रणाली काफी मजबूत होता है।
  • सोलर पैनल प्रणाली का उपयोग करने से भारत सरकार और राज्य सरकार के द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाती है।

भारत में 8 किलोवाट सौर प्रणाली स्थापना लागत | 8KW Solar System Installation Cost in India

भारत में 8 किलोवाट के सोलर सिस्टम की अनुमानित कीमत  रु. 5,90, 000 से लेकर 7,20,000 रुपये होता है। 8 किलो वाट के सोलर सिस्टम का मूल्य ग्राहकों के द्वारा पसंद किए गए डिजाइन और ब्रांड के अनुसार भिन्न हो सकता है। किसी घर के लिए सौर ऊर्जा की सटीक लागत निर्धारित करते समय, कई कारकों को ध्यान में रखा जाता है। इनमें सौर पैनलों और अन्य घटकों की गुणवत्ता और स्थापना की लागत शामिल है। आपकी छत या जमीन पर सौर पैनल स्थापित करने के लिए अधिकतम सूर्य की रोशनी को पकड़ने के लिए पैनलों को सही कोण पर सुरक्षित करने के लिए एक माउंटिंग संरचना की आवश्यकता होती है।

यदि आपके पास स्वयं इंस्टॉलेशन पूरा करने के लिए सही ज्ञान और उपकरण हैं, तो इंस्टॉलेशन लागत आपके लिए न्यूनतम होगी। हालाँकि, यदि आप पेशेवर मदद चाहते हैं, तो शुल्क अलग-अलग हो सकते हैं। अधिकांश समय, स्थापना लागत कुल सिस्टम पैकेज में शामिल होती है। 

भारत में 8KW सोलर पैनल के लिए सब्सिडी | Subsidy for 8KW Solar Panels in India

पारंपरिक बिजली बल के समस्या से लोगों को राहत प्रदान करने के लिए एवं प्राकृतिक संसाधन जैसे डीजल पेट्रोल के ऊपर निर्भरता को कम करने के लिए भारत सरकार लोगों को सोलर पैनल अपने घर के छत के ऊपर लगाने के लिए प्रोत्साहन के रूप में सब्सिडी प्रदान करती है।भारत में 8 किलोवाट सोल प्रणाली की कीमत सब्सिडी के साथ आवासीय प्रतिष्ठानों के लिए सौर ऊर्जा को अधिक किफायती बनाती है।सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सौर सब्सिडी  के लाभ लोगों तक पहुंच रही है जो केवल स्थानीय ग्रिड से जुड़ने वाली प्रणालियों के लिए उपलब्ध है। ग्रिड-बंधित सौर प्रणाली के लिए सरलीकृत छत सौर स्थापना के बारे में एमएनआरई की घोषणा के अनुसार, अब आप अपनी पसंद की किसी भी सौर ऊर्जा कंपनी से अपना छत सौर पीवी संयंत्र  खरीद सकते हैं और अपने खाते में सब्सिडी का दावा कर सकते हैं। सरकारों द्वारा दी जाने वाली विभिन्न प्रणाली क्षमताओं के लिए सब्सिडी की विशिष्ट दर इस प्रकार है:

छत पर सौर प्रणाली की क्षमतालागू सब्सिडी (₹)
3 किलोवाट तक18,000/किलोवाट
3 किलोवाट से ऊपर और 10 किलोवाट तक9,000/किलोवाट*
10 किलोवाट से ऊपर1,17,000**

Conclusion:

उम्मीद करता हूं कि हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल आप लोगों को काफी पसंद आया होगा ऐसे में आप हमारे आर्टिकल संबंधित कोई प्रश्न एवं सुझाव है तो आप लोग हमारे कमेंट्स बॉक्स में आकर अपने प्रश्नों को पूछ सकते हैं हम आपके प्रश्नों का जवाब जरूर देंगे।

FAQ’s:

Q. सोलर पैनल के 100Ah की बैटरी का कीमत कितना होता है?

Ans.सोलर पैनल 100Ah की बैटरी का कीमत ₹10000 होता है।

Q.8 किलो वाट सोलर पैनल सिस्टम प्रतिदिन कितना यूनिट बिजली उत्पन्न करता है?

Ans.8 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम प्रतिदिन अनुमानित 25 से 35 यूनिट बिजली उत्पन्न करता है।

Q.8 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम को स्थापित करने के लिए कितनी जगह की जरूरत पड़ती है?

Ans.8 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम को स्थापित करने के लिए 600 वर्ग फुट जगह की जरूरत पड़ती है।

Q.8 किलोवाट ऑफ-ग्रिड सौर ऊर्जा प्रणाली पर कितना सब्सिडी प्राप्त होता है?

Ans.8 किलो वाट ऑफ-ग्रिड सौर ऊर्जा प्रणाली किसी प्रकार का सब्सिडी प्राप्त नहीं होता है।

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